Detailed Notes on Shodashi

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ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं सौः: ॐ ह्रीं श्रीं क ए ऐ ल ह्रीं ह स क ह ल ह्रीं स क ल ह्रीं सौः: ऐं क्लीं ह्रीं श्रीं 

ऐं क्लीं सौः श्री बाला त्रिपुर सुंदरी महादेव्यै सौः क्लीं ऐं स्वाहा ह स क ल ह्रीं ह स क ह ल ह्रीं स क ल ह्रीं ॐ ह स क ल ह्रीं ह स क ह ल ह्रीं स क ल ह्रीं

कामेश्यादिभिरावृतं शुभ~ण्करं श्री-सर्व-सिद्धि-प्रदम् ।

हर्त्री स्वेनैव धाम्ना पुनरपि विलये कालरूपं दधाना

देवीं मन्त्रमयीं नौमि मातृकापीठरूपिणीम् ॥१॥

यह उपरोक्त कथा केवल एक कथा ही नहीं है, जीवन का श्रेष्ठतम सत्य है, क्योंकि जिस व्यक्ति पर षोडशी महात्रिपुर सुन्दरी की कृपा हो जाती here है, जो व्यक्ति जीवन में पूर्ण सिद्धि प्राप्त करने में समर्थ हो जाता है, क्योंकि यह शक्ति शिव की शक्ति है, यह शक्ति इच्छा, ज्ञान, क्रिया — तीनों स्वरूपों को पूर्णत: प्रदान करने वाली है।

She is a component from the Tridevi and also the Mahavidyas, representing a spectrum of divine femininity and linked to each gentle and fierce factors.

संरक्षार्थमुपागताऽभिरसकृन्नित्याभिधाभिर्मुदा ।

दृश्या स्वान्ते सुधीभिर्दरदलितमहापद्मकोशेन तुल्ये ।

श्वेतपद्मासनारूढां शुद्धस्फटिकसन्निभाम् ।

Attaining the eye of  Shodashi, ones thoughts towards others turn out to be more good, significantly less important.  Types interactions morph into a thing of terrific magnificence; a issue of sweetness. This is the indicating in the sugarcane bow which she carries usually.

These gatherings are not just about unique spirituality but additionally about reinforcing the communal bonds by shared ordeals.

यहां पढ़ें त्रिपुरसुन्दरी हृदय स्तोत्र संस्कृत में

ಓಂ ಶ್ರೀಂ ಹ್ರೀಂ ಕ್ಲೀಂ ಐಂ ಸೌ: ಓಂ ಹ್ರೀಂ ಶ್ರೀಂ ಕ ಎ ಐ ಲ ಹ್ರೀಂ ಹ ಸ ಕ ಹ ಲ ಹ್ರೀಂ ಸ ಕ ಲ ಹ್ರೀಂ ಸೌ: ಐಂ ಕ್ಲೀಂ ಹ್ರೀಂ ಶ್ರೀಂ 

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